शनिवार, 6 अगस्त 2011

आरक्षण को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग का कड़ा रुख

राजनीति फिल्म से पूरे देश में छाए निर्माता निर्देशक प्रकाश झा की फिल्म आरक्षण के प्रदर्शन पर अब पूरी तरह से तलवार लटक गई है। इस फिल्म को लेकर देश भर में उठ रहे विरोध प्रदर्शनों के साथ ही राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग ने भी इस फिल्म के प्रदर्शन पर विरोध जारी किया है। आयोग ने सभी राज्य सरकारों से अपील की है कि बिना देखे वे अपने राज्य में फिल्म को प्रदर्शित न होने दें। मनोरंजन कर विभाग भी निर्माता निर्देशक प्रकाश झा को 2 बार नोटिस भेजा है जिसमें कहा गया है कि पहले फिल्म को हमें दिखाना होगा उसके बाद इसके प्रदर्शन के बारे में विचार किया जाएगा। महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, राजस्थान में इस फिल्म के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि ऎसी फिल्म देश में नए सिरे से फसाद को जन्म देगी। संविधान जिस आरक्षण को मान्यता दे रहा है, यह फिल्म उसका विरोध करती है। महाराष्ट्र के नेता अठावले और भुजबल ने भी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की है। इन लोगों का कहना है कि यह फिल्म दलित विरोधी है। इससे राज्य में फसाद खडा हो सकता है और कानून व्यवस्था बिगडने का डर है। इस फिल्म के संवादों को लेकर भी भारी आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। विशेष रूप से प्रोमो में दिखाए जा रहे एक दृश्य जिसमें फिल्म के नायक सैफ अली खान मनोज वाजपेयी से कहते हैं, हमें मेहनत करना सिखाएगे आप। आपके खेत जोते हमने, फसलें काटी हमने, आपके घरों की गन्दी नालियाँ साफ की हमने, यहां तक कि आपकी&द्दह्ल; टटि्टयां सिर पर उठाई हमने। आप हमें मेहनत करना सिखाएंगे। राजस्थान में ब्राrाणों और राजपूतों ने इस फिल्म के विरोध में स्वर उठाना शुरू कर दिया है। राजस्थान के राजपूत करणी सभा का कहना है कि इस फिल्म के प्रदर्शन से राजस्थान के आपसी सौहाद्रü पर काफी असर पडेगा। जनजाति आयोग ने फैसला लिया है कि 8 अगस्त को पहले सरकार इस फिल्म को स्पेशल स्क्रीनिंग के जरिए देखेगी। फिल्म देखने के बाद अगर सरकार को लगता है कि इस फिल्म में ऎसा कुछ नहीं है जिससे देश की कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड सकती है तभी फिल्म को 12 अगस्त को प्रदर्शित किया जाएगा। हालांकि प्रकाश झा की फिल्म आरक्षण देश में समानान्तर सरकार की तरह चल रही शिक्षा प्रणाली पर जिसमें दिखाया गया है कि किस तरह से शिक्षा के नाम पर कोचिंग संस्थानों ने अपनी मनमर्जी कर रखी है।

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