कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व युवा तुर्क नेता राहुल गांधी ने बिहार में अपने दौरे के
दौरान पटना में एक अजीब सी टिप्पणी की है.राजनीतिक विश्श्लेशक इसके अलग मायने निकाल रहे हैं. कोई इसे राहुल की दूरगामी रणनीति का हिस्सा बता रहा है तो कोई बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बनती विश्वस्तरीय विकासपरक छवि की तीखी प्रतिक्रिया का भय.
दौरान पटना में एक अजीब सी टिप्पणी की है.राजनीतिक विश्श्लेशक इसके अलग मायने निकाल रहे हैं. कोई इसे राहुल की दूरगामी रणनीति का हिस्सा बता रहा है तो कोई बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बनती विश्वस्तरीय विकासपरक छवि की तीखी प्रतिक्रिया का भय.कांग्रेस के भावी प्रधानमंत्री घोषित राहुल गांधी का कहना है कि नीतीशजी अच्छे
मुख्यमंत्री हैं लेकिन उनकी सरकार विकास के हर मोर्चे पर फेल है.यहाँ विकास योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हो रहा है. केन्द्रीय योजनाओं की राशि लूटी जा रही है.यदि बिहार में विकास चाहिए तो सरकार और व्यवस्था दोनों बदलनी होगी.
मुख्यमंत्री हैं लेकिन उनकी सरकार विकास के हर मोर्चे पर फेल है.यहाँ विकास योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हो रहा है. केन्द्रीय योजनाओं की राशि लूटी जा रही है.यदि बिहार में विकास चाहिए तो सरकार और व्यवस्था दोनों बदलनी होगी.आज़ादी के करीव चार दशक तक बिहार में एकछत्र व दस वर्षों तक लालू के सहारे राज़ करने वाली कांग्रेस के युवातुर्क नेता राहुल गांधी के इस वयान पर श्री नीतीश कुमार कोई तीखी प्रतिक्रिया नहीं करते. श्री कुमार का कहना है कि अभी राहुल को बिहार के ऐतिहासिक-भौगोलिक-सामाजिक बनाबट का गहन अध्ययन करनी चाहिए.यदि वे बिहार के विकास में रुचि रखते हैं तो इसे गलत नहीं कहा जाना चाहिए. श्री कुमार के अनुसार जहाँ उनकी सरकार के विफल रहने ,विकास न होने, केन्द्रीय योजनों में लूट की बात है तो छः महीने बाद बिहार विधानसभा का आमचुनाव है.तब यहाँ की जनता तय करेगी कि उनकी सरकार अपने कार्यकाल में कैसा प्रदर्शन किया है.उन्होंने राहुल गांधी की बातों को सीधे नज़रअंदाज करते हुए कहा कि मुझे बिहार किस बदहाल हालत में मिली थी,यहाँ दुनिया से छिपी हुयी नहीं है.उनकी पूरी कोशिश है कि बिहार बदले और उसकी छवि निखरे.
कहीं राहुल के “मिशन २०१४” में आपको कांग्रेस द्वारा लुभाने की दिशा में प्रयास तो नहीं है?इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे बिहार को देश का सबसे उन्नत राज्य बनाने को संकल्पित हैं,बिहार के विकास में जो भी तत्व सहयोग करेगा,उसे दोस्त समझते हैं और जो भी रोड़े अटकाएगा,उसे अपना दुश्मन.उनका स्पष्ट मानना है कि विकास के मामले में वे राजनीति को महत्व नहीं देते.
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