गुरुवार, 4 अगस्त 2011

बढ़ता जा रहा है सरकारी अनाज घोटाला का दायरा


@दिलीप कुमार गुप्ता
बिहारशरीफ: अनाज घोटाला मामले में जांच का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। जिलाधिकारी जय सिंह स्वयं जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर रिपोर्ट में खामियां निकालकर कमजोर कड़ी जोड़ने के अभियान में जुट गये हैं।
इधर एसपी जितेन्द्र राणा भी अनाज घोटाले से संबंधित दर्ज प्राथमिकी पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। नामजद अभियुक्त वेयर हाउस के पूर्व प्रभारी अवधेश सिंह की गिरफ्तारी के आदेश के बाद पुलिस को अनुसंधान के दौरान अनाज घोटाले में मिलर व वर्तमान व पूर्व के ट्रांसपोर्टर की भूमिका संदेह के घेरे में है। 
वकौल एसपी अनाज घोटाले में लिप्त लोक सेवक व लोगों को सामने लाया जायेगा। इधर जिलाधिकारी के निर्देश पर बुधवार को एसडीओ अमरेश कुमार अमर, डीएसओ अरशद अजीज, शहरी क्षेत्र के एम.ओ. उमेश चन्द्र, उपाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों ने एफ.सी.आई. एवं वेयर हाउस का रुख कर कई बिन्दुओं पर जांच की। जांच दल एक-एक कड़ी को जोड़ रही है। किस एजेंसी का क्या कर्तव्य था और उस एजेंसी ने अपने कर्तव्यों का निर्वह्न किया कि नहीं इसकी सघन जांच हो रही है। मिलर पर शिकंजा कसने को अग्रसर पुलिस अपने अगले कदम की ओर भी बढ़ना शुरू कर दिया है।
एसपी ने संकेत दिया है कि अगले तीन-चार दिन में डीपो के पूर्व प्रभारी अवधेश सिंह पर मुकदमा दर्ज कराने वाले राज्य भंडार निगम (पटना) के सहायक अधीक्षक व एस.एफ.सी. के प्रबंधक से पुन: पूछताछ होगी। इन पर समय रहते मुकदमा दर्ज नहीं कराने एवं जवाबदेही का निर्वहन नहीं करने का आरोप है। बहरहाल अनाज घोटाला में हर दिन कुछ न कुछ नया मिल रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

धन्यवाद