मंगलवार, 9 अगस्त 2011

झारखंडी पत्रकारिता के बाबा की निगरानी के बाद भी दैनिक सन्मार्ग की ये हालत!

हाल ही में राज्य सूचना आयुक्त के पद से सेवा निवृत हुए वरिष्ठ पत्रकार बैजनाथ मिश्र झारखंड की पत्रकारिता के बाबा कहे जाते हैं।उनकी मांग का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी सेवानिवृति के दूसरे दिन ही रांची से प्रकाशित दैनिक सन्मार्ग के प्रधान संपादक बन गए।लोगों को उनसे काफी उम्मीदें थी,लेकिन अखबार की हालत सुधरने के बजाय और बिगड़ती जा रही है।इसका एक ताजा बानगी आप देख सकते हैं कि संपादकीय पेज पर प्रसुन्न वाजपेयी जी के शीर्ष आलेख का शीर्षक क्या है।ऐसी गलतियां अखबार के सभी पृष्ठों पर नित्य दिन बहुतयात देखने को मिल रहे हैं।
इस अखबार के संपादक हैं..पत्रकारिता से कोसों दूर प्रेम उर्फ प्रेमशंकरण,जो पेशे से बिल्डर व्यवसायी हैं।इस अखबार में एक बात और काबिलेगौर दिख रही है कि प्रिंट लाइन में संपादक के बजाय प्रधान संपादक महोदय पीआरबी अधिनियम के तहत खबरों के चयन के जिम्मेवार बताये गए हैं।

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