दिलीप कुमार गुप्ता
बिहारशरीफः हरनौत रेल कारखाना का निर्माण अंतिम चरण में है। वहां व्हिल टर्निग का ट्रायल शुरू हो चुका है और बोगी का ट्रायल तीन माह में प्रारंभ हो जाएगा। ट्रायल के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने वहां करीब दो दजर्न बोगियां भेजी है.

137 एकड़ में निर्मित बिहार के इस पहले कोच मेन्टेनेंस फैक्ट्री का शिलान्यास तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर तत्कालीन राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने 30 जून 2003 को किया था। हालांकि इसके निर्माण की गति बेहद धीमी रही। हरनौत वर्कशाप पूरी तरह कम्प्यूटराइज्ड होगा और यहां विश्व की अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा। सिर्फ वर्कशाप पर ही पांच करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि खर्च हो रही है।
रेल डिब्बों का मेन्टेनेंस दो स्तरों पर:
पहला: नौ माह पर
दूसरा:18 माह पर
क्या होगा:
हर साल 600 डिब्बों का मेन्टेनेंस
कोचों का बॉडी, व्हिल, बोगी वर्कशाप
इस समय मेन्टेनेंस होता है:
लिलुआ (कोलकाता, प. बंगाल) में
दानापुर, मुगलराय व धनबाद रेल मंडल के डिब्बों का
गोरखपुर (यूपी) में
सोनपुर व समस्तीपुर मंडल के डिब्बों का
पहला: नौ माह पर
दूसरा:18 माह पर
क्या होगा:
हर साल 600 डिब्बों का मेन्टेनेंस
कोचों का बॉडी, व्हिल, बोगी वर्कशाप
इस समय मेन्टेनेंस होता है:
लिलुआ (कोलकाता, प. बंगाल) में
दानापुर, मुगलराय व धनबाद रेल मंडल के डिब्बों का
गोरखपुर (यूपी) में
सोनपुर व समस्तीपुर मंडल के डिब्बों का
हरनौत रेल कारखाना की खास बातें-
वर्ष 2003 में शिलान्यास
2006 में बनकर होना था तैयार
निर्धारित समय से पांच वर्ष पीछे
98 करोड़ का प्रारंभिक बजट
225 करोड़ रुपए का वर्तमान बजट
300 करोड़ रुपए से अधिक खर्च का अनुमान
वर्ष 2003 में शिलान्यास
2006 में बनकर होना था तैयार
निर्धारित समय से पांच वर्ष पीछे
98 करोड़ का प्रारंभिक बजट
225 करोड़ रुपए का वर्तमान बजट
300 करोड़ रुपए से अधिक खर्च का अनुमान
137 एकड़ में होगी फैक्ट्री
33 एकड़ में स्टाफ क्वार्टर
33 एकड़ में स्टाफ क्वार्टर
इसमें होंगे लगभग 600 स्टाफ
लगभग 10 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार
"फैक्ट्री निर्माण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। शीघ्र ही इसका ट्रायल शुरू होगा। इसके बन जाने से पूर्व मध्य रेलवे को बड़ी सुविधा होगी" -ए.के. चन्द्रा, चीफ इंजीनियर (यांत्रिक), पूर्व मध्य रेलवे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
धन्यवाद