शुक्रवार, 19 अगस्त 2011

भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्नामय हुआ नालन्दा



बिहारशरीफः गांधीवादी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार के मुहिम को पहले से जनसमर्थन मिल रहा था। जब अन्ना की गिरफ्तारी की खबर फैली तो नालंदा में आंदोलन की शुरुआत हो गयी। सिविल सोसायटी ने श्रम कल्याण केन्द्र के मैदान में धरना दिया। इस कार्यक्रम में काफी संख्या में बुद्धिजीवी, युवा, बच्चों ने भाग लिया। शाम में सिविल सोसायटी के लोगों ने हरदेव चौक पर कैंडिल जलाकर विरोध दर्ज किया। इस कार्यक्रम में आई.एम.ए. के अध्यक्ष सियाशरण प्रसाद, डा. अरविंद कुमार, डा. अश्रि्वनी कुमार, डा. अशोक कुमार, सुनील कुमार, रणजीत सिंह, जगलाल चौधरी, प्रो. रामकृष्ण परमहंस, परमेश्वर महतो, महेन्द्र कुमार विकल, अरुण सैनी के अलावा कई लोग उपस्थित थे। नालंदा जिला जदयू के कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्चा निकालकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस मार्च में प्रदेश जदयू के महासचिव डा. विपिन कुमार यादव, प्रो. अशोक कुमार सिंह, जदयू के उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजय कांत सिन्हा, डिप्टी मेयर नदीम जफर उर्फ गुलरेज, नगर अध्यक्ष बाबर मलिक, रियाजुल हक, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के विपिन चन्द्रवंशी, ओम प्रकाश चौटाला, भागीरथ चन्द्रवंशी, प्रदुमन कुमार के अलावा कई लोग मौजूद थे। माले ने स्थानीय हास्पिटल मोड़ पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला फूंका। इस मौके पर माले नेता पवन शर्मा, सुरेन्द्र राम, मकसुदन शर्मा, उमेश पासवान, पाल बिहारी लाल, अनिल पटेल, मनमोहन, राज किशोर शर्मा, सिंहासन देवी एवं किशोर कुमार उपस्थित थे। छात्र जदयू ने अन्ना हजारे के गिरफ्तारी के विरोध में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का देवी सराय चौक पर पुतला फूंका। इस मौके पर उपाध्यक्ष जयंत कुमार, अविनाश कुमार, रोहित कुमार के अलावा कई लोग उपस्थित थे। जदयू के उपाध्यक्ष संजय कुशवाहा, चैम्बर आफ कामर्स के अनिल अकेला, बीड़ी मजदूर कल्याण संघर्ष समिति मोर्चा के मो. जाहिद ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अन्ना की गिरफ्तारी का विरोध किया है। पातंजलि योग समिति के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन करने का दावा करते हुए एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है।

 -दिलीप कुमार गुप्ता

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