दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को 16 अगस्त से जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन अनशन के लिए इजाजत नहीं दी। मजबूत लोकपाल बिल के लिए सरकार पर दबाव बनाने में जुटी टीम अन्ना को इससे जोर का झटका लगा है। संसद के मानसून सत्र के दौरान सदन के आसपास धारा 144 लागू करने के आदेश दिए गए हैं।
अन्ना हजारे ने बीते अप्रैल में जन लोकपाल की लड़ाई का शंखनाद किया था। सरकारी लोकपाल बिल को कमजोर बताते हुए अन्ना ने 16 अगस्त से जंतर-मंतर पर अनशन पर बैठने की घोषणा की थी। दिल्ली पुलिस ने हजारे और उनके समर्थकों से कहा है कि वह सरकार के लोकपाल विधेयक के विरोध में अपने प्रस्तावित अनिश्चितकालीन अनशन के लिए जंतर-मंतर के पास नहीं बैठ सकते। पुलिस ने उनसे अनशन के लिए राजधानी के बाहरी इलाकों में स्थित किसी जगह का चुनाव करने अथवा संसद के पास अपने प्रदर्शन के लिए निश्चित समयसीमा की जानकारी देने को कहा है। हजारे ने घोषणा की थी कि वह सरकारी लोकपाल विधेयक को वापस लेने की मांग के लिए 16 अगस्त से जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठेंगे। इस सिलसिले में अन्ना समर्थक दल ने गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं और अधिकारियों ने उन्हें इस फैसले की जानकारी दी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने इस फैसले के लिए वर्ष 2009 के सुप्रीम कोर्ट के एक निर्देश का हवाला देते हुए कहा कि एक अगस्त से संसद के शुरू होने वाले सत्र को देखते हुए वह जंतर-मंतर समेत दिल्ली में कहीं भी अनिश्चितकालीन प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे सकते।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
धन्यवाद