बुधवार, 3 अगस्त 2011

डॉक्टर है या कसाई ? 2 मरीजों को जंगल में फेंकवाया !

इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक सरकारी अस्पताल में भर्ती दो निराश्रित मरीजों को जंगल में ले जाकर फेंकने के मामले में एक डॉक्टर सहित अस्पताल के चार कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। शहर के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के डॉक्टर सोनू शर्मा, दो वार्ड ब्याव धर्मेंद्र और राजू यादव व एंबुलेंस चालक शिव निर्मल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। डॉक्टर को छोड़कर बाकी तीनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक डॉक्टर के कहने पर दोनों वार्ड बॉय और एबुलेंस चालक ने दोनों निराश्रित मरीजों को अस्पताल से बाहर ले जाकर जंगल में फेंक दिया। एक मरीज को पीलिया थी जबकि दूसरे को इपीलिप्सी थी।
इलाहाबाद के पुलिस अधीक्षक (गंगापार) जय प्रकाश पांडे ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, "मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने दोनों मरीजों को फिर से अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। उन्हें मंगलवार को एंबुलेंस से ले जाकर दोनों वार्ड बॉय शहर के बाहरी इलाके फूंसी के एक जंगल में छोड़कर भाग गए। उनकी इस करतूत को कुछ ग्रामीणों ने देख लिया और बाद में उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी।'
उधर अस्पताल के प्रिंसिपल एस.पी. सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं। जो लोग इस अमानवीय कृत्य में शामिल पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में इस तरह की पहली घटना सामने आई है।"

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