सोमवार, 22 अगस्त 2011

अन्ना हजारे की मांगे सही नहीं हैः अरूंधती रॉय

बुकर अवॉर्ड विजेता अरूंधती रॉय ने भ्रष्टाचार खात्मे के लिए मजबूत  जनलोकपाल बिल की ल़डाई ल़ड रहे समाजसेवी अन्ना हजारे की तीखी आलोचना की है और लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट करने के लिए अन्ना के तरीके और अभियान को गलत बताया है। 
रॉय ने कहा है कि अन्ना अपने गृह राज्य महाराष्ट्र में किसानों की खुदकुशी पर मौन क्यों हैं। "आई हेड रादर नॉट बी अन्ना" (मैं अन्ना बनना नहीं चाहती) शीर्षक कॉलम में रॉय नहीं लिखा है कि उनके तरीके भले ही गांधीवादी हों, लेकिन मांगें सही नहीं हैं। उनके अनशन का उद्देश्य सिर्फ नया लोकपाल बिल पारित करवाना है। रॉय ने कहा कि अन्ना के जनलोकपाल बिल में भी काफी कमियां हैं, लेकिन इसे जबर्दस्ती थोपा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा, ऎसा नहीं है कि सरकारी लोकपाल बिल पूरी तरह से सही है, लेकिन इस मसले को प्यार से संसद में सुलझाना होगा, ना कि भी़ड इकट्ठा करके अनशन करके।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

धन्यवाद