आज कल समाचार पत्रों को हो क्या गया है ? आज
18 मई को रांची से प्रकाशित दैनिक
हिन्दुस्तान की इस खबर को देखिए-पढ़िए....और बताइये कि मानवता को आखिर शर्मशार इस
अखबार ने नहीं किया ? समूचे घटना का सिलसिलेवार ढंग से घंटों तक फोटो
लिय़ा..कवरेज किया लेकिन,खुद पुलिस को कोई सूचना नहीं दिया और बड़े वेशर्मी से
लिख-दिखा रहा है कि किसी ने भी पुलिस को खबर नहीं किया. माना कि भीड़
अंधी-विवेकहीन होती है लेकिन, क्या यहां पर इस अखबार के
रिपोर्टर-फोटोग्राफर अंधे-विवेकहीन नहीं है. वाह रे अखवार! विवेकहीनता को
बड़ी प्रमुखता से प्रकाशित किया.धन्य हैं
संवाददाता से संपादक तक महाप्रभु..ऐसे ही कारनामे करते रहिए...खबरें बनाते-परोसते रहिए....और
भीड़ को गलियाते रहिए.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
धन्यवाद