मंगलवार, 17 मई 2011

वाह रे दैनिक हिन्दुस्तान ! भीड़ को गाली....खुद को ताली !!

आज कल समाचार पत्रों को हो क्या गया है ? आज 18 मई को रांची से प्रकाशित दैनिक हिन्दुस्तान की इस खबर को देखिए-पढ़िए....और बताइये कि मानवता को आखिर शर्मशार इस अखबार ने नहीं किया ? समूचे घटना का सिलसिलेवार ढंग से घंटों तक फोटो लिय़ा..कवरेज किया लेकिन,खुद पुलिस को कोई सूचना नहीं दिया और बड़े वेशर्मी से लिख-दिखा रहा है कि किसी ने भी पुलिस को खबर नहीं किया. माना कि भीड़ अंधी-विवेकहीन होती है लेकिन, क्या यहां पर इस अखबार के रिपोर्टर-फोटोग्राफर अंधे-विवेकहीन नहीं है. वाह रे अखवार! विवेकहीनता को बड़ी  प्रमुखता से प्रकाशित किया.धन्य हैं संवाददाता से संपादक तक महाप्रभु..ऐसे ही कारनामे करते रहिए...खबरें बनाते-परोसते रहिए....और भीड़ को गलियाते रहिए.

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