बुधवार, 6 जुलाई 2011

स्विस इकोनोमी के लिए सबसे बड़ा खतरा बने रामदेव बाबा

अन्ना हजारे भारत में जन लोकपाल की मांग कर रहे हैं, जबकि बाबा रामदेव विदेशों में जमा काले धन की वापसी की मांग कर रहे हैं.अन्ना की मांग को लेकर जहां भारत में जिच कायम है वहीं,बाबा रामदेव की काला धन वापस लाओ मुहिम ने स्वीस इकोनोमी में हड़कंप मचा दिया है.
स्विस बैंक एसोसिएशन और स्विस बैंको के अनुसार पन्द्रह लाख करोड डॉलर की भारी कमी आने से स्विस इकोनोमी को खतरा पैदा हो गया है. वहां के सारे अखबारों और टीवी डिबेट में इसे ष्रामदेव इफेक्टष् कहा जा रहा है.स्विस बैंको में सबसे ज्यादा काला धन भारत से जमा होता है
उसके बाद  चीन और रूस का नम्बर आता है. बाबा रामदेव के अभियान से प्रभावित होकर चीन और रूस में भी काले धन के वापस लेन की जोरदार मुहीम चल रही है.
चीन सरकार ने अरब देशो में हुई क्रांति से डरकर तुरंत ही एक कानून बना कर स्विस सरकार से सारा ब्योरा मांगा है और काले धन विदेश में जमा करने वालो को मृतुदंड देने की कानूनी बदलाव किया है.रूस में भी पिछले कई दिनों से लोग काले धन के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं.आखिरकार रुसी सरकार ने भी २ महीने में सारे काले धन को वापस लेन का देश की जनता को लिखित आश्वाशन दिया है.रूस के सामाजिक कार्यकर्ता और रूस में काले धन के खिलाफ आन्दोलन चला रहे बदिमिर इलिनोइच ने बाबा रामदेव को प्रेरणास्रोत मानकर अपना आन्दोलन चला रखा है.
स्विटरजरलैंड के लगभग सभी अखबारों जैसे स्विस टुडे, स्विस इलेस्ट्रेटेड, और टीवी चनेलो के अनुसार... भारत में भी कांग्रेसनीत यूपीए सरकार उपरी मन से चाहे जो कुछ भी कहे लेकिन, उसे भी अब जनता के जागरूक होने का डर सताने लगा है . कांग्रेस इस देश की टीवी चनेलो और अखबारों को तो खरीद या दबा सकती है लेकिन, भारत में तेजी से उभर रही न्यू मीडिया वेब पोर्टल,फेसबुक,ट्विटर, पर चाहकर भी वो प्रतिबन्ध नहीं लगा सकती.
 एक सर्वे में पाया गया है की इन्टरनेट पर कांग्रेस के खिलाफ जोरदार अभियान चल रहा है और ये अभियान कोई पार्टी नहीं चला रही है बल्कि इस देश के जागरूक और शिछित युवा चला रहे है जिनका किसी भी राजनितिक पार्टी से कोई लेना देना नहीं है.
बाबा रामदेव ने जो मुद्दे इस देश के सामने रखे है, कांग्रेस उसे झुठला नहीं सकती. बाबा रामदेव ने अपना अनशन कोई हिन्दुत्ववादी मुद्दों को लेकर नहीं किया था.असल में इस देश में भ्रष्टाचार से मुस्लिम समाज ज्यादा ही पीड़ित है क्योंकि, अशिक्षा और वोट बैंक की राजनीति ने मुस्लिम समाज को हमेशा ठगा है.यह बात अब मुस्लिम समुदाय के लोग भी मानने लगे हैं.
स्विस बैंक एसोसिएशन और स्विस बैंक इस तत्थ पर व्यापक मंथन कर रही है कि एक तरफ कांग्रेस बाबा रामदेव के आन्दोलन को गलत बता रही है लेकिन, मारीशस के साथ हुई टैक्स संधि जो कांग्रेस ने अपने नेताओं और सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट बढेरा के फायदे के लिए की थी.उसको समाप्त करने के लिए बाबा ने आन्दोलन किया और बाध्य होकर उसे अब सरकार क्यो समाप्त करने जा रही है ?
(मुकेश भारतीय)

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