भारतीय संसद भवन पर हमले के अभियुक्त अफजल गुरू को फांसी देने का रास्ता साफ होता दिख रहा है। अब तक भाजपा के आरोपों की शिकार रही यूपीए सरकार के गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से उसकी दया याचिका खारिज करने की अनुशंसा कर दी है।
गौरतलब है कि सरकार ने संसद को सूचित किया कि संसद पर आतंकी हमले के मामले में दोषी अफजल गुरू की दया याचिका निर्णय के लिए पिछले महीने राष्ट्रपति के पास भेज दी गयी। गृह राज्य मंत्री एम रामचंद्रन ने राज्यसभा में भाजपा के प्रकाश जावडेकर के सवाल पर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मौत की सजा के लिए मोहम्मद अफजल गुरू की दया याचिका का मामला निर्णय के लिए 27 जुलाई 2011 को राष्ट्रपति सचिवालय को प्रस्तुत किया गया है।
ज्ञात रहे, संसद पर दिसंबर 2001 में हुए आतंकी हमले के मामले में अफजल गुरू को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनायी थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने कायम रखा है। इस पर उसने राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका पेश की है।
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